नियुक्ति संबंधित मामलों में लगातार आ रही शिकायतों को ध्यान में रखते हुए सभी को सूचित किया जा रहा है की आप हमारे हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर अपनी सार्थकता को जांच लें। 09454388233 संगठन में कोई भी नियुक्ति तभी वैध मानी जाएगी। जब नियुक्ति तिथि से 15 दिन के अंदर संस्थापक- शशांक सिंह राठौड़, संगठन महामंत्री- सुनील कुमार बर्णवाल व संबंधित शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के द्वारा इसे सत्यापित किया जाए।

जन संघ सेवक मंच लक्ष्य और दूरदर्शिता

आज जिस प्रकार हिन्दू धर्म पर चारों ओर से आघात हो रहे हैं, उनको देखते हुए यह स्पष्ट है कि संगठन के अतिरिक्त आत्मरक्षण किसी द्वारा प्रदान साधन नहीं है। सभी मतभेदों को भुलाकर संगठित होकर ही इस समय अपने आचार और समाज की रक्षा की जा सकती है। इसके लिए भरपूर प्रयत्न करना हिन्दू धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का कर्त्तव्य होना चाहिए, परन्तु यह ध्यान रखना चाहिए कि यह संगठन आपातकालिक है, आपद्धर्म है। जब तक ऐसी बात ठीक नहीं समझ ली जाती, तब तक संगठन पूर्ण नहीं होंगे। लोग अपने-अपने संगठनों को स्थायित्व और महत्त्व देने लगते हैं, इससे अहंकार पोषित होता है। शक्ति संगठित होने के स्थान पर छिन्न-भिन्न हो जाती है। इस समय हमें हो शक्ति एकत्र करना है तथा दुसरे प्रचार के लिए संगठन बनाकर क्षेत्र प्राप्त करना ये पाश्चात्य सभ्यता के शस्त्र हैं। कण्टकम के न्यास से हम इस आपत्ति के समय हम इनका आपद्धर्म के रूप में उपयोग तो कर सकते हैं और करना ही चाहिए परन्तु यदि हमें अपने धर्म को अविकृत रखना है तो इनके स्थायित्व का मोह छोड़ना होगा। यह हिन्दू धर्म की मूल प्रवृत्ति के विपरीत है।


संघ के माध्यम से समाज के सभी वर्गों में धार्मिक, सामाजिक और राष्ट्र प्रेम की भावना को बढ़ाना तथा समाज व राष्ट्र के विकास के लिए कार्य करना।

संघ द्वारा स्किल डेवलपमेंट द्वारा शिक्षा प्रदान करने का प्रबंध करना। समाज में अच्छी शिक्षा का प्रचार प्रसार करना तथा समाज के लोगों के जीवनस्तर को सुधरने का प्रयास करना।

जान प्रतिनिधियों को आम जन लाभान्वित करने और क्षेत्र के विकास सम्बन्धी योजनाओं पर कार्य करने के लिए प्रशिक्षित करना।

संघ में गौशाला में गऊ के खान-पान का पूर्ण प्रबंध करना। संघ द्वारा बीमार गऊ का इलाज़ करने के लिए डिस्पेंसरी व अस्पताल का निर्माण व संचालन करना।

कृषि कल्चर यह प्रोग्राम जन संघ सेवक मंच के माध्यम से पूरे हिंदुस्तान में चलाया जा रहा है कृषि कल्चर का अर्थ है कृषि कल्चर का अर्थ है किसानों की परंपरा खेती की परंपरा खेत खलियान कृषि की संस्कृति को पुनः जीवित कर जन संघ सेवक मंच पर इस कल्चर के माध्यम से पूरे हिंदुस्तान में एक नई क्रांति के रूप में कार्य करने को आगे बढ़ते हुए आया है यह किसान भाइयों को कृषि संबंधित जो भी समस्याएं हैं उसकी ट्रेनिंग निशुल्क कराएगा बहुत तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी गांव गांव में जन संघ सेवक मंच की टीम जाकर कृषि कल्चर के बारे में ऑफिस अभियान के बारे में वार्षिक कृषि के हिसाब से वातावरण और के जो भी खेती होती है उसकी जानकारी देगा किस तरह से खेती करनी है कि किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ हो उसकी सहायता प्रदान करेगा किस समय आपको खाद डालना है किस समय आपको बीज रोकना है समय-समय पर अपने खेत की फसल पर ध्यान देना है उसकी पूरी जानकारी समय-समय पर हमारे जन संघ सेवक मंच की टीम के द्वारा आप को दिया जाएगा्माण व संचालन करना।

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